बवासीर हो जाए,तो शुगर के मरीज क्या करें?
डायबिटीज के मरीजों को अगर पाइल्स हो जाए, तो उन्हें लापरवाही कए बिना डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।डायबिटीज एक गंभीर समस्या है। अगर डायबिटीज को कंट्रोल न किया जाए, तो कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। इन्हीं में से एक है बवासीर या पाइल्स। असल में, डायबिटीज के कारण ब्लड शुगर का स्तर बदलता रहता है। कभी अचानक बहुत ज्यादा हो जाता है, तो कभी झट से कम हो जाता है। ऐसे में डिहाइड्रेशन और सही तरह से ब्लड फ्लो न होने की समस्या बनी रहती है। इसी का नतीजा है कि व्यक्ति को पाइल्स हो जाता है। पाइल्स में गूदा क्षेत्र में सूजन आ जाती है और मल त्यागने में काफी तकलीफ होती है। कई बार खून भी निकलने लगता है। वहीं, अगर डायबिटीज के मरीज इसको कंट्रोल न करें, तो बवासीर से जुड़ी जटलिताएं बढ़ती रहती हैं। हालांकि, ऐसा होने पर मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज कराना चाहिए। इसके साथ कुछ उपाय आजमाकर इससे राहत पा सकते हैं। इस संबंध में हमने शारदा अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. भूमेश त्यागी से बात की।
डायबिटीज के मरीजों में पाइल्स के लक्षण-
डायबिटीज के मरीज हों या स्वस्थ व्यक्ति। फाइबर युक्त आहार सभी के लिए फायदेमंद होता है। विशेषकर, अगर डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति को पाइल्स भी है, तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा फाइबर बेस्ड फूड का सेवन करना चाहिए। फाइबर की मदद से बाउल मूवमेंट में मदद मिलती है, मल नर्म होता है और मल त्यागते समय दर्द का अहसास भी कम होता है। फाइबर बेस्ड फूड खाने से पाइल्स से राहत मिलने में भी मदद मिलती है।
लंबे समय तक न बैठें-
डायबिटीज के मरीजों को पाइल्स होने की स्थिति में लंबे समय तक एक जगह नहीं बैठे रहना चाहिए। इससे दर्द बढ़ सकता है। अगर गूदा क्षेत्र में घाव हो गया है, तो तकलीफ बढ़ सकती है। इसके अलावा, विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को लंबे समय तक शौच में नहीं बेठना चाहिए।
बर्फ की सिंकाई करें-
डायबिटीज के मरीजों को पाइल्स होने पर रिकवरी में सामान्य से ज्यादा समय लग सकता है। दर्द भी लंबे समय तक बना रह सकता है। दर्द की वजह से अहसजता और रोजमर्रा के कामकाज में भी दिक्कत होने लगे, तो राहत पाने के बर्फ की सिंकाई कर सकते हैं। बर्फ की सिंकाई से सूजन कम होने में मदद मिलती है और दर्द में भी कुछ आराम मिलने लगता है।
गुनगुने पानी की सिंकाई करें-
पाइल्स के मरीजों को रोजाना गुनगुने पानी में गूदा क्षेत्र की सिंकाई करनी चाहिए। आप चाहें, तो इसमें एप्सम सॉल्ट भी डाल सकते हैं। ईमेडिसिन हेल्थ के अनुसार, “एप्सम सॉल्ट को गुनगुने पानी में डालकर गूदा क्षेत्र की सिंकाई करने से पाइल्स के मरीजों को फायदा हो सकता है। एप्सम सॉल्ट का केमिकल नाम हाइड्रेटेड मैग्नीशियम सल्फेट है। इस नमक में पोटेशियम और सल्फेट जैसे कई उपयोगी तत्व होते हैं, जो पाइल्स की वजह से हो रहे तकलीफ को कम कर सकते हैं। इस नमक को सेंधा नमक के नाम से भी जाना जाता है।”